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सोमवार, दिसंबर 09, 2013

चुनाव चिन्ह "झाड़ू" और जलती हुई "बैटरी टॉर्च" से वोटर हुए कन्फ्यूज


नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के कई विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव चिन्ह "झाड़ू" और जलती हुई "बैटरी टॉर्च" के कारण मतदाताओं में संशय की स्थिति बनी रही। कुछ वोटरों ने इसे चुनाव चिह्न "झाड़ू" समझकर गलती करने की बात भी कही है। उत्तम नगर, जनकपुरी, त्रिनगर, मुंडका, विश्वास नगर विधानसभा सहित कुल उनतीस सीटों पर वोटर्स को यह चुनाव चिह्न नजर आया। कई मतदाताओं ने माना झाड़ू और जलती टार्च के निशान में अंतर नहीं कर पाए. मतदाताओं को इस बात को लेकर काफी परेशानी हो रही थी कि कौन-सा किसका चुनाव निशान है। वैसे तो आम आदमी पार्टी के मतदाता काफी जागरूक थे, लेकिन कम पढ़े-लिखे और झुग्गी के मतदाताओं को काफी परेशानी हुई। हालांकि ज्यादातर जगहों पर झाड़ू और जलती हुई टॉर्च में चार-पांच तो कहीं-कहीं पर दो-तीन चुनाव निशानों का ऊपर-नीचे का अंतर था।


इस कारण से अनेक निर्दलियों को बिना प्रचार करें ही काफी फायदा मिला और अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के उम्मीदवार को पीछे छोड़ते हुए अपनी-अपनी विधानसभा में चौथे, पांचवे, छठे, सातवें और नौवें स्थान प्राप्त किये. जहाँ एक ओर "आम आदमी पार्टी" के वोट प्रतिशत में फर्क आया. वहीँ दूसरी ओर जनकपुरी विधानसभा की सीट उसके हाथ आते-आते बच गई, क्योंकि वहाँ भाजपा के उम्मीदवार प्रो. जगदीश मुखी (42886) ने "आप" के उम्मीदवार राजेश ऋषि (40242) को केवल 2644 वोटों से ही हारा है. जबकि उनके कवरिंग उम्मीदवार संजय पुरी ने बिना किसी प्रकार का प्रचार किये ही 4332 वोट प्राप्त किये हैं. जिनका चुनाव चिन्ह जलती हुई "बैटरी टॉर्च" था. इसमें सबसे ज्यादा फायदा उत्तम नगर विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार श्याम बाबू गुप्ता को हुआ, उन्हें 5272 वोट प्राप्त हुए थें और उनके द्वारा किये प्रचार ने भी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. इस पर आम आदमी पार्टी के लोगों का कहना था कि यह चुनावी टोटके न तो भाजपा के काम आएंगे, न ही कांग्रेस के। उत्तम नगर विधानसभा में वोट डालने गए एक मतदाता ने बताया कि मिलते जुलते चुनाव चिह्न से खासतौर पर उन बुजुर्ग मतदाताओं के सामने थोड़ी परेशानी पेश आती है, जिन्हें न तो पढ़ना आता है और आंखें कमजोर होने के कारण चित्र पहचानने में परेशानी होती है। मिलते-जुलते चुनाव चिह्न के कारण आप के कुछ मतदाताओं से गलती होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। आप सभी नीचे दी सूची देख सकते हैं.



विधानसभा नं. व नाम-उम्मीदवार का नाम- प्राप्त वोट =विधानसभा में स्थान 
  8.  मुंडका -                          राजकुमार परिहार               2912                                        5
14 शालीमार बाग-           जी.एल.खन्ना                3751                               4

16 त्रिनगर -                  धर्मेन्द्र कुमार राय            2313                               5

17 वजीरपुर-                 सुभाष चन्द्र सैनी             1008                                6
19 सदर बाज़ार-              जय प्रकाश                    2785                                5
20 चांदनी चौंक-             मौ. शाहजमा                  1461                                5
21 मटिया महल-           उमर फारुक                    1668                                5
25 मोती नगर-              संजीव गुप्ता                     2681                               4
27 राजौरी गार्डन-           राजेन्द्र                          2468                               5
28 हरिनगर-                 सतपाल सिंह                  4649                               4
30 जनकपुरी-                संजय पुरी                     4332                                4
32 उत्तम नगर-              श्याम बाबू गुप्ता               5272                                4
33 द्वारका-                    रजनीश कुमार झा           4398                                4
34 मटियाला-                सत्येन्द्र सिंह                  2718                                4
37 पालम-                     नीरज कुमार शर्मा          3631                                 5
43 मालवीय नगर-          किशोर                         2389                                 4
49 संगम विहार-            दशरथ चौहान                1500                                  6
51 कालकाजी-               धर्मेन्द्र कुमार                 3092                                 4
52 तुगलकाबाद-             शीशपाल                      1269                                   5
53 बदरपुर-                    ओमप्रकाश गुप्ता            1275                                   5
54 ओखला-                    संतोष कुमार                  737                                   9
55 त्रिलोकपुरी -              जगदीश प्रसाद               4175                                  5
58 लक्ष्मी नगर-              मोहम्मद नईम              3410                                  4
59 विश्वास नगर -            उषा सुरयान                 3221                                   4
60 कृष्णा नगर-               सहरुर                         2876                                   4
62 शाहदरा-                     अचल शर्मा                  2725                                   4
66 घोंडा-                         किरण पाल सिंह           1857                                   6
67 बाबरपुर-                    शागुफ्ता रानी               2744                                  7
69 मुस्तफाबाद-               ब्रिजेश चन्द्र शुक्ला         1740                                  6
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यह है मेरे सच्चे हितेषी (इनको मेरी आलोचना करने के लिए धन्यवाद देता हूँ और लगातार आलोचना करते रहेंगे, ऐसी उम्मीद करता हूँ)
पाठकों और दोस्तों मुझसे एक छोटी-सी गलती हुई है.जिसकी सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगता हूँ. अधिक जानकारी के लिए "भारतीय ब्लॉग समाचार" पर जाएँ और थोड़ा-सा ध्यान इसी गलती को लेकर मेरा नजरिया दो दिन तक "सिरफिरा-आजाद पंछी" पर देखें.

आदरणीय शिखा कौशिक जी, मुझे जानकारी नहीं थीं कि सुश्री शालिनी कौशिक जी, अविवाहित है. यह सब जानकारी के अभाव में और भूलवश ही हुआ.क्योकि लगभग सभी ने आधी-अधूरी जानकारी अपने ब्लोगों पर डाल रखी है. फिर गलती तो गलती होती है.भूलवश "श्रीमती" के लिखने किसी प्रकार से उनके दिल को कोई ठेस लगी हो और किसी भी प्रकार से आहत हुई हो. इसके लिए मुझे खेद है.मुआवजा नहीं देने के लिए है.अगर कहो तो एक जैन धर्म का व्रत 3 अगस्त का उनके नाम से कर दूँ. इस अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ.

मेरे बड़े भाई श्री हरीश सिंह जी, आप अगर चाहते थें कि-मैं प्रचारक पद के लिए उपयुक्त हूँ और मैं यह दायित्व आप ग्रहण कर लूँ तब आपको मेरी पोस्ट नहीं निकालनी चाहिए थी और उसके नीचे ही टिप्पणी के रूप में या ईमेल और फोन करके बताते.यह व्यक्तिगत रूप से का क्या चक्कर है. आपको मेरा दायित्व सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए था.जो कहा था उस पर आज भी कायम और अटल हूँ.मैंने "थूककर चाटना नहीं सीखा है.मेरा नाम जल्दी से जल्दी "सहयोगी" की सूची में से हटा दिया जाए.जो कह दिया उसको पत्थर की लकीर बना दिया.अगर आप चाहे तो मेरी यह टिप्पणी क्या सारी हटा सकते है.ब्लॉग या अखबार के मलिक के उपर होता है.वो न्याय की बात प्रिंट करता है या अन्याय की. एक बार फिर भूलवश "श्रीमती" लिखने के लिए क्षमा चाहता हूँ.सिर्फ इसका उद्देश्य उनको सम्मान देना था.
कृपया ज्यादा जानकारी के लिए निम्न लिंक देखे. पूरी बात को समझने के लिए http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/07/blog-post_17.html,
गलती की सूचना मिलने पर हमारी प्रतिक्रिया: http://blogkeshari.blogspot.com/2011/07/blog-post_4919.html

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