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शुक्रवार, दिसंबर 23, 2011

अनमोल वचन-सात

1. जीवन में हंसी न हो तो वो बोझिल हो जाती है 2. प्यार सभी को जीत लेता है 3. कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है. 4. वह,जो कभी-कभी होता है अद्भुत होता है. 5. हठ वास्‍तविकता बन जाता है. 6. यदि आप किसी को नहीं बताना चाहते हैं, तो इसे न करें 7. प्रयास करने वाले पर ही विश्वास करें 8. वह जो नए के लिए पुराने को छोड़ता है वह जानता है कि उसने क्‍या छोड़ा है लेकिन यह नहीं जानता है कि उसे क्या मिलेगा. 9.  देश के युवा की शिक्षा प्रत्येक देश की आधारशिला होती है. 10. वादे कर्ज़ के समान होते हैं जिन्हें कभी न कभी चुकाना होता है 11. कार्य स्वयं आपको बताता है कि इसे कैसे किया जाए 12. धैर्य आशा करने की ही एक कला है 13. कई लोगों की राय लेने से काम बिगड़ जाता है. 14. यदि आप किसी को नहीं बताना चाहते हैं, तो इसे न करें 15. समझ का विकल्‍प गुस्सा नहीं है 16. जब आप विकल्पों पर विचार करते हैं तो बुढ़ापा भी इतना बुरा नहीं लगता 17. किसी को अपनी मर्जी का काम करने को कहा जा सकता है, लेकिन उसकी मर्जी के बगैर करवाया नहीं जा सकता. 18. अशिक्षित व्यक्ति को इस दुनिया में जानवर के समान समझा जाता है 19. मूर्ख और पागल हमेशा अपने बारे में सुनिश्चित होते हैं, जबकि समझदार संशयग्रस्‍त होते हैं 20. आगे का मार्ग जानने के लिए, उनसे पूछे जो लौट रहे हैं 21. अधिक उम्र में शिक्षा सबसे अच्छा प्रावधान है 22. कोई भी व्यक्ति वापस जाकर नई शुरूआत नहीं कर सकता, पंरतु हर कोई आज शुरू कर सकता है और एक नया अंत लिख सकता है 23. उम्मीद हर स्थिति में आवश्यक है 24.  प्रत्येक पीढ़ी पुराने फैशन की हंसी उड़ाती है, परंतु नए फ़ैशन का पूरी ईमानदारी से पालन करती है 25. वर्तमान क्षण ही सबसे अच्‍छा समय है. 26. खुशियां अच्छे स्वास्थ और बुरी यादों से ज्यादा कुछ नहीं है 27. आज किसी के लिए कोई अच्छा कार्य करके देखें 28. आज किसी के लिए कोई अच्छा कार्य करके देखें 29. सादगी ही सर्वश्रेष्ठ दुनियादारी है 30. हमें यह करना है कि हमेशा नए दृष्टिकोणों को परखने के लिए उत्सुक रहें और नए प्रभाव ग्रहण करते रहें 31. भविष्य का पूर्वानुमान करने का सबसे अच्छा तरीका उसे बनाना है 32. युवाओं के पास वे इच्‍छाएं होती हैं, जो कभी ख़त्‍म नहीं होतीं, बूढ़ों के पास उन चीज़ों की स्‍मृतियां होती हैं, जो कभी नहीं हुईं 33. आप सबसे बड़ी विजय किसी को विनम्रता में पीछे करके ही प्राप्त कर सकते हैं 34. सफलता का मतलब अंत नहीं होता है, विफलता भी घातक नहीं होती: हमेशा आगे बढ़ते रहने का साहस ही महत्व रखता है 35.शांत दिखने वाले लोग काफी विचारशील होते हैं 36.आपके पास बहुत कम समय है, इसे दूसरों का जीवन जीने में बर्बाद न करें 37.  कार्य करने से परिणाम मिलता है, सिर्फ बोलने से कुछ हासिल नहीं होता. 38. ज्ञान ऐसा ख़ज़ाना होता है जो अपने स्वामी के साथ हमेशा रहता है 39. अपने काम में ख़ुशी तलाशने का प्रयत्न करें अन्यथा आप कभी नहीं जान पाएंगे कि ख़ुशी क्या होती है 40. लोगों को अच्छे और बुरे में विभाजित करना निरर्थक है. लोग आकर्षक या उबाऊ होते हैं 41. पुराने कामों को पूरा करने का अच्छा समय है 42. हर पीढ़ी स्वयं की कल्पना अपने से पिछली पीढ़ी से अधिक बुद्धिमान और अपनी अगली पीढ़ी से अधिक समझदार के रूप में करती है 43. समय या अवसर संबंधों की घनिष्‍ठता नहीं दर्शाते; यह व्‍यवहार पर निर्भर करता है. 44. प्यार सभी को जीत लेता है 45.चीज़ों को शुरु में एक मिनट व्यवस्थित करने से, बाद में एक घंटा बचाया जा सकता है. 46. खुशियां अच्छे स्वास्थ और बुरी यादों से ज्यादा कुछ नहीं है. 47. ज्‍़यादा समय तक क्रोध नहीं करना चाहिए. 48. मित्र वही होता है जो आपको बेहतर तरीके से जानता है और आपसे उतना ही प्यार करता है 49. प्‍यार पाने और खो जाने से बेहतर हैं कि प्‍यार कभी ना मिले. 50. मुस्कु्राएं. बस इतना ही 51. कलम तलवार से अधिक ताकतवर होती है.52 जिंदगी एक किताब की तरह है: महत्‍व इस बात का है कि वह कितनी अच्‍छी है, इसका नहीं कि वह कितनी लंबी है 53. हार मानने वाले कभी जीतते नहीं और जीतने वाले कभी हार नहीं मानते. 54 समय या अवसर संबंधों की घनिष्‍ठता नहीं दर्शाते; यह व्‍यवहार पर निर्भर करता है 55.आज दूसरों के साथ अपनी खुशियां बांटें 56. समय सर्वाधिक मूल्यवान चीज़ है, जिसे कोई मनुष्य ख़र्च कर सकता है 57.प्रयास करने वाले पर ही विश्वास करें.
दोस्तों, मेरे "प्रकाशन" परिवार में इस श्रंखला को कम से कम बीस कड़ी तक ले जाने की योग्यता है. लेकिन अपने कुछ निजी समस्याओं के चलते समयाभाव और साधनों की व्यवस्था न होने के कारण मैं अनमोल वचनों की श्रंखला को यहीं विराम दें रहा हूँ. शेष फिर कभी......

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यह है मेरे सच्चे हितेषी (इनको मेरी आलोचना करने के लिए धन्यवाद देता हूँ और लगातार आलोचना करते रहेंगे, ऐसी उम्मीद करता हूँ)
पाठकों और दोस्तों मुझसे एक छोटी-सी गलती हुई है.जिसकी सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगता हूँ. अधिक जानकारी के लिए "भारतीय ब्लॉग समाचार" पर जाएँ और थोड़ा-सा ध्यान इसी गलती को लेकर मेरा नजरिया दो दिन तक "सिरफिरा-आजाद पंछी" पर देखें.

आदरणीय शिखा कौशिक जी, मुझे जानकारी नहीं थीं कि सुश्री शालिनी कौशिक जी, अविवाहित है. यह सब जानकारी के अभाव में और भूलवश ही हुआ.क्योकि लगभग सभी ने आधी-अधूरी जानकारी अपने ब्लोगों पर डाल रखी है. फिर गलती तो गलती होती है.भूलवश "श्रीमती" के लिखने किसी प्रकार से उनके दिल को कोई ठेस लगी हो और किसी भी प्रकार से आहत हुई हो. इसके लिए मुझे खेद है.मुआवजा नहीं देने के लिए है.अगर कहो तो एक जैन धर्म का व्रत 3 अगस्त का उनके नाम से कर दूँ. इस अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ.

मेरे बड़े भाई श्री हरीश सिंह जी, आप अगर चाहते थें कि-मैं प्रचारक पद के लिए उपयुक्त हूँ और मैं यह दायित्व आप ग्रहण कर लूँ तब आपको मेरी पोस्ट नहीं निकालनी चाहिए थी और उसके नीचे ही टिप्पणी के रूप में या ईमेल और फोन करके बताते.यह व्यक्तिगत रूप से का क्या चक्कर है. आपको मेरा दायित्व सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए था.जो कहा था उस पर आज भी कायम और अटल हूँ.मैंने "थूककर चाटना नहीं सीखा है.मेरा नाम जल्दी से जल्दी "सहयोगी" की सूची में से हटा दिया जाए.जो कह दिया उसको पत्थर की लकीर बना दिया.अगर आप चाहे तो मेरी यह टिप्पणी क्या सारी हटा सकते है.ब्लॉग या अखबार के मलिक के उपर होता है.वो न्याय की बात प्रिंट करता है या अन्याय की. एक बार फिर भूलवश "श्रीमती" लिखने के लिए क्षमा चाहता हूँ.सिर्फ इसका उद्देश्य उनको सम्मान देना था.
कृपया ज्यादा जानकारी के लिए निम्न लिंक देखे. पूरी बात को समझने के लिए http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/07/blog-post_17.html,
गलती की सूचना मिलने पर हमारी प्रतिक्रिया: http://blogkeshari.blogspot.com/2011/07/blog-post_4919.html

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