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मंगलवार, नवंबर 01, 2011

अनमोल वचन-एक

1. शांति, दान की ही तरह, घर से शुरु होती है. 2. ज्‍़यादा समय तक क्रोध नहीं करना चाहिए. 3. ईमानदारी सर्वश्रेष्‍ठ नीति है.4. लोगों को अच्छे और बुरे में विभाजित करना निरर्थक है. लोग आकर्षक या उबाऊ होते हैं 5. देखें आप क्या कहते हैं – जो कुछ भी नहीं कहते, उनमें से कुछ ख़ामोश हैं 6. अभ्‍यास परिपूर्ण बनाता है.7. प्रत्येक व्यक्ति अपना भाग्य ख़ुद बनाता है 8.  स्वार्थ का मतलब स्वयं की इच्छा के अनुसार जीना नहीं होता, इसका मतलब होता है दूसरों से भी आपकी इच्छा के अनुसार जीने को कहना 9. कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है. 10. यदि आप प्यार पाना चाहते है, तो प्यार करने योग्य बनें 11.  कमज़ोर व्यक्ति कभी क्षमा नहीं करता. क्षमा करना महान व्यक्ति की विशेषता होती है 12. आज व्यायाम करें 13.  सफलता अंत नहीं होती, विफलता घातक नहीं होती: हमेशा आगे बढ़ते रहने का साहस ही महत्व रखता है 14. ज्‍़यादा समय तक क्रोध नहीं करना चाहिए 15.  अचानक आया तुफ़ान, जल्द ही थम जाता है. 16. जो आपके करीब है उन्हें खुश रखें, और जो आपसे दूर हैं वो एक दिन ज़रूर आपके क़रीब आएंगे 17. कई लोगों की राय लेने से काम बिगड़ जाता है. 18. कार्य उद्यम से सिद्ध होते है, मनोरथ से नहीं. 19.  आज का भाग्य: पढ़ें ऐसे जैसे आप हमेशा जीवित रहना चाहते हैं. जिएं ऐसे जैसे आप कल ही मरने वाले है. 20.  वर्तमान क्षण ही सबसे अच्‍छा समय है. 21.  अपने नीति-बोध को भलाई के आड़े न आने दें 22.  हर पीढ़ी स्‍वयं की कल्‍पना अपने से पिछली पीढ़ी से अधिक बुद्धिमान और अपनी अगली पीढ़ी से अधिक समझदार के रूप में करती है 23. आलस्य एक दिलचस्प किंतु कष्टप्रद स्थिति है; हमें ख़ुश होने के लिए कुछ करना ही होगा 24. निराशावाद से कभी कोई युद्ध नहीं जीत सकता 25.  आप सबसे बड़ी विजय किसी को विनम्रता में पीछे करके ही प्राप्त कर सकते हैं 26.  कुछ कार्य क्रम से करने पर ही सफल होते हैं. 27. देखें आप क्या कहते हैं – जो कुछ भी नहीं कहते, उनमें से कुछ ख़ामोश हैं 28.  बिना हंसी का दिन व्यर्थ होता है 29.  कार्य स्वयं आपको बताता है कि इसे कैसे किया जाए 30.  कुछ लोगों में अपने वरिष्ठों के प्रति इतना सम्मान होता है कि उनके पास स्वयं के लिए कोई आत्मसम्मान नहीं बचा रह जाता 31. ज्ञान ऐसा ख़ज़ाना होता है जो अपने स्वामी के साथ हमेशा रहता है 32. यदि आप सभी नियमों का पालन करने लगें, तो ज़िंदगी का पूरा मज़ा नहीं ले पाएंगे. 33.  हमारी कमज़ोरियां ही हमारी क्षमता बढ़ाती है. 34.  दोस्‍ती निश्‍चित ही प्‍यार में मिले जख्‍़मों के लिए सबसे बेहतर मरहम है. (जेन आस्‍टिन)35.  नए मित्र बनाने के लिए सही समय है 36.  महसूस करने वालों के लिए ये दुनिया एक त्रासदी है, लेकिन सोचने वालों के लिए एक आनंद 37.  उम्मीद हर स्थिति में आवश्यक है 38.  साधारण होना ही महान होना है 39.  बिना गुण की सुंदरता बिना सुगंध के गुलाब की तरह है 40.  कुछ लोगों में अपने वरिष्ठों के प्रति इतना सम्मान होता है कि उनके पास स्वयं के लिए कोई आत्मसम्मान नहीं बचा रह जाता 41. यदि आप कभी भी डरते नहीं, या असहज नहीं होते, या चोट नहीं खाते, तो इसका अर्थ है कि आप कभी भी प्रयास ही नहीं करते 42.  व्यक्ति को जीवित रहने के लिए साफ छवि की आवश्यकता होती है 43.  जब लोग बातें करते हैं तो उन्हें ध्यान से सुनें. अधिकांश लोग सुनते नहीं 44.  नए मित्र बनाने के लिए सही समय है 45.  आज आप किसी ऐसे व्यक्ति को स्क्रैप क्यों नहीं करते, जिससे आपने वर्षों से बात नहीं की है? 46.  समझ का विकल्प गुस्सा नहीं है 47.  कार्य उद्यम से सिद्ध होते है, मनोरथ से नहीं. 48.  कुछ लोगों में अपने वरिष्ठों के प्रति इतना सम्मान होता है कि उनके पास स्वयं के लिए कोई आत्मसम्मान नहीं बचा रह जाता 49.  शांति, दान की ही तरह, घर से शुरु होती है 50.  अशिक्षित व्यक्ति को इस दुनिया में जानवर के समान समझा जाता है 51.  आवश्‍यकता आविष्‍कार की जननी है 52.  अपने दुश्‍मनों को माफ़ कर दें, लेकिन उनके नाम कभी न भूलें 53. यदि आप प्यार पाना चाहते है, तो प्यार करने योग्य बनें 54.  आज आप ऐसी भाग्य कुकी देखेंगे जिसे आपने पहले कभी नहीं देखा होगा 55. वादे कर्ज़ के समान होते हैं जिन्हें कभी न कभी चुकाना होता है 56. भलाई का कोई भी काम बेकार नहीं जाता, चाहे वह कितना ही छोटा क्यों न हो 57. यदि आप सभी नियमों का पालन करने लगें, तो ज़िंदगी का पूरा मज़ा नहीं ले पाएंगे 58. कुछ कार्य क्रम से करने पर ही सफल होते हैं 59. प्रत्येक व्यक्ति अपना भाग्य ख़ुद बनाता है 60. आलस्‍य एक दिलचस्प किंतु कष्टप्रद स्थिति है; हमें ख़ुश होने के लिए कुछ करना ही होगा 61. आलिंगन सर्वोत्तम उपहार है: सभी इसे पसंद करते हैं और वापस करने पर कोई इसका बुरा भी नहीं मानता 62.  कभी भी किसी ऐसे व्‍यक्ति को हतोत्‍साहित न करें जो लगातार प्रगति कर रहा हो, भले ही उसकी गति कितनी ही धीमी क्यों न हो 63.  आप सबसे बड़ी विजय किसी को विनम्रता में पीछे करके ही प्राप्‍त कर सकते हैं 64. आज दूसरों के साथ अपनी खुशियां बांटें 65. एक समझदार मौन किसी वक्‍तव्‍य से अधिक अर्थपूर्ण होता है 66. यदि आप चाहते हैं कि दूसरे आपका राज़ छुपाए रखें, तो पहले आपको खुद उसे छुपाए रखना होगा 67. समय या अवसर संबंधों की घनिष्‍ठता नहीं दर्शाते; यह व्‍यवहार पर निर्भर करता है. (जेन ऑस्‍टिन) 68. हमें यह करना है कि हमेशा नए दृष्टिकोणों को परखने के लिए उत्सुक रहें और नए प्रभाव ग्रहण करते रहें 69. समय की पाबंदी ऊबाउ व्यक्ति की विशेषता है (परंतु यदि आप इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं, तो समय पर पहुंचे) 70. आपके पास बहुत कम समय है, इसे दूसरों का जीवन जीने में बर्बाद न करें 71. चीज़ों को शुरु में एक मिनट व्यवस्थित करने से, बाद में एक घंटा बचाया जा सकता है. 72. आलिंगन सर्वोत्तम उपहार है: सभी इसे पसंद करते हैं और वापस करने पर कोई इसका बुरा भी नहीं मानता 73. रोज़ एक सेब खाना सेहत के लिए फायदेमंद है 74. सफलता के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा विफलता का डर होता है 75. कार्य के आनंद का रहस्य एक शब्द में छुपा है – उत्कृष्टता. किसी कार्य को अच्‍छी तरह से करने का तरीक़ा जानना ही उसका आनंद लेना है 75. पुराने कामों को पूरा करने का अच्छा समय है. 76. आशा और प्रत्‍याशा अक्‍सर वास्‍तविकता से बेहतर होते हैं. 77.आज किसी के लिए कुछ अच्छा करें 78. कल्पनाशक्ति, ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण होती है  79. मुफ्त में कुछ नहीं मिलता. 80.समय की पाबंदी ऊबाउ व्यक्ति की विशेषता है (परंतु यदि आप इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं, तो समय पर पहुंचे) 81.दिन लंबे हैं, लेकिन साल छोटे हैं 82. रूठे हुए को मनाना जिंदगी है दूसरों को हंसाना जिंदगी है कोई जीतकर खूश हुआ तो क्या हुआ सब कुछ हारकर मुस्कराना भी जिंदगी है। 83.कुछ लोगों में अपने वरिष्‍ठों के प्रति इतना सम्‍मान होता है कि उनके पास स्‍वयं के लिए कोई आत्‍मसम्‍मान नहीं बचा रह जाता.

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यह है मेरे सच्चे हितेषी (इनको मेरी आलोचना करने के लिए धन्यवाद देता हूँ और लगातार आलोचना करते रहेंगे, ऐसी उम्मीद करता हूँ)
पाठकों और दोस्तों मुझसे एक छोटी-सी गलती हुई है.जिसकी सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगता हूँ. अधिक जानकारी के लिए "भारतीय ब्लॉग समाचार" पर जाएँ और थोड़ा-सा ध्यान इसी गलती को लेकर मेरा नजरिया दो दिन तक "सिरफिरा-आजाद पंछी" पर देखें.

आदरणीय शिखा कौशिक जी, मुझे जानकारी नहीं थीं कि सुश्री शालिनी कौशिक जी, अविवाहित है. यह सब जानकारी के अभाव में और भूलवश ही हुआ.क्योकि लगभग सभी ने आधी-अधूरी जानकारी अपने ब्लोगों पर डाल रखी है. फिर गलती तो गलती होती है.भूलवश "श्रीमती" के लिखने किसी प्रकार से उनके दिल को कोई ठेस लगी हो और किसी भी प्रकार से आहत हुई हो. इसके लिए मुझे खेद है.मुआवजा नहीं देने के लिए है.अगर कहो तो एक जैन धर्म का व्रत 3 अगस्त का उनके नाम से कर दूँ. इस अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ.

मेरे बड़े भाई श्री हरीश सिंह जी, आप अगर चाहते थें कि-मैं प्रचारक पद के लिए उपयुक्त हूँ और मैं यह दायित्व आप ग्रहण कर लूँ तब आपको मेरी पोस्ट नहीं निकालनी चाहिए थी और उसके नीचे ही टिप्पणी के रूप में या ईमेल और फोन करके बताते.यह व्यक्तिगत रूप से का क्या चक्कर है. आपको मेरा दायित्व सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए था.जो कहा था उस पर आज भी कायम और अटल हूँ.मैंने "थूककर चाटना नहीं सीखा है.मेरा नाम जल्दी से जल्दी "सहयोगी" की सूची में से हटा दिया जाए.जो कह दिया उसको पत्थर की लकीर बना दिया.अगर आप चाहे तो मेरी यह टिप्पणी क्या सारी हटा सकते है.ब्लॉग या अखबार के मलिक के उपर होता है.वो न्याय की बात प्रिंट करता है या अन्याय की. एक बार फिर भूलवश "श्रीमती" लिखने के लिए क्षमा चाहता हूँ.सिर्फ इसका उद्देश्य उनको सम्मान देना था.
कृपया ज्यादा जानकारी के लिए निम्न लिंक देखे. पूरी बात को समझने के लिए http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/07/blog-post_17.html,
गलती की सूचना मिलने पर हमारी प्रतिक्रिया: http://blogkeshari.blogspot.com/2011/07/blog-post_4919.html

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