मेरे प्रिय दोस्तों,
आप
बेशक मेरी दोस्ती के प्रस्ताव को ठुकरा देना. लेकिन एक बार इस "भेजा है
निमंत्रण दोस्ती का स्वीकार करों या इंकार करों" विषय को जरा जरूर पढ़
लेना. आज अनाड़ी हूँ फेसबुक, ऑरकुट और ब्लॉग का, मगर मिला तुम दोस्तों का
साथ, तब खिलाडी बन जाऊँगा. दे देना थोड़ा सा कुछ साथ मेरा, तब फेसबुक,
ऑरकुट और ब्लॉग के द्वारा देश में कुछ नया करके दिखाऊंगा. हो सकता है तुम
पत्रकारिता के क्षेत्र में अनाड़ी हो, अगर तुम पत्रकारिता के क्षेत्र में
खिलाडी बनाने के इच्छुक हों तब मैं अपने 17 साल के अनुभव से आपको खिलाडी
बनाकर दिखा दूँगा. बेशक तुम इतना धन न जोड़ पाओ या भोगविलास की वस्तुओं को न
जोड़ सको. लेकिन देश को विकास के क्षेत्र में आगे लेकर जाने में तुम्हारा
बहुत बड़ा योगदान होगा. जिससे तुम्हारा मन को शांति मिलेगी और भारत माता की
घरती पर तुम्हारा जन्म लेना सार्थक हो जाएगा. भारत माँ और जन्म देने वाली
माँ तुम पर फख्र करेंगी. तुम्हारे सहयोग और प्यार की उम्मीद में .......पत्रकार रमेश कुमार जैन उर्फ सिरफिरा
